लखनऊ। बिजली कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले की जांच कर रहे ई ओ डब्लू ने आशंका जताई थी कि बिजली कर्मचारियों की भविष्य निधि के 4 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश डीएचएफएल समेत दो अन्य बैंकों में जमा करने के एवज में करोड़ों रुपए का कमीशन रिश्वत के रूप में लिया गया है।
इस आशंका के आधार पर ई ओ डब्लू ने मुख्य आरोपित पावर कारपोरेशन के तत्कालीन एमडी एपी मिश्र, निदेशक वित्त सुधांशु त्रिवेदी व ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता के खिलाफ सतर्कता जांच की सिफारिश की थी जिसे शासन ने मंजूरी दे दी है।