मुख्यमंत्री ने बाढ़ ग्रस्त चंबल का किया दौरा, प्रत्येक प्रभावित गांव में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने का निर्देश

 प्रत्येक बाढ़ प्रभावित गांव के लिए एक-एक      नोडल अधिकारी तैनात किया जाये, हर गांव में एक- एक नाव की व्यवस्था , पेयजल हेतु जनरेटर की व्यवस्था, बाढ प्रभावित हर परिवार को राशन  की किट, कैम्प में दवायंे खाने की व्यवस्था करायी जाये , एनटी स्नेक दवाइयंा की प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर उपलब्धता हो।

      उक्त निर्देष मुख्य योगी आदित्यनाथ ने पुलिस लाइन के सभागार में बाढ़ के संबध मेें आयोजित समीक्षा बैठक में दिये। उन्हांेने कहा  कि सभी विभाग मिलकर राहत का काम तेज करें ताकि सभी बाढ़ प्रभावित परिवारो को राशन उपलब्ध हो सके। उन्होने कहा कुछ दिनों  तक नदियों का पानी कम होने पर वहां पर संक्रामक रोगों के फैलने की अधिक आषंका होगी अतः बाढ़ प्रभावित गांव में ब्लीचिंग पाउडर, चूना का छिड़काव कराया जाये और साफ सफाई के पर्याप्त प्रबन्ध किये जाये ताकि लोगों को सक्रामक बीमारियो ंसे बचाया जा सके।


      मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो गांव नदियों की तलहटी में बसे है उन गांव के ऊंचे स्थान पर पुर्नस्थापित करने के लिए ठोस प्रयास किये जाये, जब तक बाढ़ प्रभाव दिखायी दे तब तक एनडीआरएफ,एसडीआरएफ एवं पीएसी की टीमे मौजूद रहेंगी। उन्हांेने समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ से जितनी आबादी प्रभावित है उसके अनुसार राहत कार्य कम है। उन्होने निर्देष दिये कि राहत में तेजी लायी जाये और  बाढ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को हर हालत में राशन उपलब्ध कराया जाये।


     मुख्यमंत्री जी ने मुख्य पषु चिकित्साधिकारी को निर्देष दिये कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गांव में पषुओं के चारे की व्यवस्था तथा उनके उपचार की व्यवस्था सुनिष्चित की जाये इसमें किसी प्रकार की षिथिलता न बरते। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ,पंचायत विभाग  आपस में समन्वय कर गांव में क्लोरीन की गोलियां उपलब्ध करायी जाये ताकि दूषित पानी कोष्षुद्ध कर लोग पीने के प्रयोग मे ला सके।


मुख्यमंत्री द्वारा बाढ़ चौकियों कें संबंध में जानकारी करने पर जिलाधिकारी श्रुति सिंह द्वारा बताया गया 20 बाढ़ चौकियां स्थापित है जिन पर तीन सिफ्टों में कर्मचारियों की डयूटी लगायी गयी, फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा है जिन गांव से विद्युत का सम्पर्क कट गया गया है उन ग्रामों में सोलर लाइटंे भेजी जा रही है। तहसील चकरनगर क्षेत्र के ज्यादा गांव प्रभावित है वहां पर अतिरिक्त उप जिलाधिकारियों की तैनाती की गयी है।

     

       

                               -----------