एक पक्षकार अयोध्या विवाद का हल क्यो चाहता नही हैं ?

                     


         वह पक्षकार अपने मंसूबे में एक बार फिर से सफल हुए जो अयोध्या विवाद में निर्णय को लम्बे समय तक टालना चाहते है । मुस्लिम पक्षकारों के वकील ने नया पैतरा इस्तेमाल  करते हुए ,सुनवाई  कर रही न्याय पीठ की विष्वनियता पर ही प्रषन चिहन लगा दिया। दस फरवरी को अदालत के निर्णय से अहसास होताहै अभी इस मुकद्रमा में और कई तारीख मिलेगी । इससे पूर्व भी सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील ने मुक्दमा की सुनवाई लोकसभा चुनाव तक टालने का आग्रह किया गया था। दस जनवरी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जहाॅं मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी के चेहरा पर  संतुष्ठि के भाव दिखा वहीं राममंदिर के पक्षकारों के चेहरा पर निराषा हताषा एवं अपने आपको ठगा महसूस कर रहा था ।पक्षकार  ही नहीं अयोध्या विवाद पर टकटकी लगाए करोड़ देषवासी खीझ महसूस कर रहे थै ।