किसान व ब्यापारयो का ध्यान रखा गया बजट में - मोदी


किसानों के लिए समय-समय पर अलग-अलग योजनाएं अलग-अलग सरकारों ने बनाई हैं लेकिन ऊपरी सतह के दो, तीन करोड़ किसानों से ज्‍यादा किसान इन योजनाओं के दायरे में आए ही नहीं। अब प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि यानि जिसे पीएम-किसान योजना कहा जा रहा है उसका लाभ 12 करोड़ से ज्‍यादा उन किसानों को मिलेगा जिनके पास पांच एकड़ या पांच एकड़ से कम भूमि है। एक प्रकार से आजादी के बाद देश के इतिहास में किसानों के लिए बनी ये सबसे बड़ी योजना है। हमारी सरकार किसानों के लिए एक के बाद एक ठोस कदम उठा रही है। पशुपालन, गौसंवर्द्धन,मछली पालन जैसे ग्रामीण जीवन और कृषि जीवन से जुड़े अहम क्षेत्रों का भी इस बजट में विशेष ध्‍यान रखा गया है। राष्‍ट्रीय कामधेनु आयोग, और मछली पालन का अलग डिपार्टमेंट करोड़ों किसानों को अपनी आजीविका बढ़ाने में मदद करेगा। मछवारों की मदद करेगा। हमारा यह पूरा प्रयास है कि किसान को सशक्‍त करके उसे वो साधन दें, संसाधन देंजिससे वो अपनी आय दोगुनी कर सके। आज के निर्णयों से इस मिशन को और तेजी मिलेगी।


व्‍यापारी वर्ग के लिए ट्रेडर्स के लिए कोई मंत्रालय हो उस विचार से एक नयी व्‍यवस्‍था को विकसित करने की दिशा में हम आगे बढ़े हैं। देश के व्‍यापारी वर्ग, ट्रेडर्स और अनेक कर्मचारी की आवश्‍यकताओं को समझते हुए उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए डीआईपीपी को रिस्‍ट्रक्‍चर करके उसे विशेष जिम्‍मेदारी दी गयी है। अब ये विभाग डिपार्टमेंट फार प्रमोशन ऑफ इंडस्‍ट्रीज एंड इंटरनल ट्रेड के नाम से जाना जाएगा। मुझे प्रसन्‍नता है कि अगले दशक के अंत तक की आवश्‍यकताओं को और लक्ष्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए भी इस बजट में योजनाओं को समाहित किया गया है। ये बजट गरीब को शक्ति देगा, किसान को मजबूती देगा, श्रमिकों को सम्‍मान देगा, मीडिल क्‍लास के सपनों को साकार करेगा, ईमानदार टैक्‍स पेयर के गौरव का गान करेगा, ट्रेडर्स को सशक्‍त करेगा, इंस्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर निर्माण को गति देगा अर्थ व्‍यवस्‍था को नया बल देगा। देश का विश्‍वास मजबूत करेगा। ये बजट न्‍यू इंडिया के लक्ष्‍यों की प्राति में देश के 130 करोड़ लोगों को नई ऊर्जा देगा। ये बजट सर्वव्‍यापी, सर्वस्‍पर्शी,  सर्वसमावेशी है। सर्वोत्‍कर्ष को समर्पित है।