ललितपुर - पानी के कारण जो बाढ़ जैसे हालात


ललितपुर जनपद के गोविंद सागर बांध के स्वचालित साइफन से निकले पानी के कारण जो बाढ़ जैसे हालात बन गए थे उसके बाद अब विधुत के पोल एवम् तार गिरने, सड़क के पुल बह जाने तथा जल संस्थान में पानी प्रवेश कर जाने के चलते जल प्रणाली ध्वस्त हो जाने की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ रहा है। ललितपुर जनपद के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में पेयजल सप्लाई करने के लिए ललितपुर डोंडा घाट स्थित झांसी डिविजन जल संस्थान में छोड़े गए पानी ने काफी तबाही मचाई जिसके कारण सीडब्ल्यूआर जहां पूर्णतया क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं 01दर्जन से अधिक विद्युत मोटर में पानी भर जाने से काम करना बंद कर दिया है। जल संस्थान के स्टार्टर पैनल वा भंडारित ब्लीचिंग पाउडर भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। 3200 केएल सी डब्ल्यू आर (स्वच्छ पानी जलाशय) ध्वस्त हो जाने से लगभग 06 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। अधिकारी पेयजल की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए जी जान से जुट गए है। आगे दो-तीन दिन में नागरिकों को पेयजल की सप्लाई सुचारु रुप से चालू हो सकेगी। वही विद्युत विभाग द्वारा शहर की विद्युत व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है और 06 गांव की सप्लाई पोल गिरने से जो बाधित है उसे कल शाम तक सही करने का कार्य काफी तेजी से किया जा रहा है।