वर्ल्ड हार्ट डे - हृदय आघात की चपेट में आ रहे हैं युवा


लखनऊ। केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी सेंटर द्वारा की गई एक स्टडी के अनुसार  दिल की बीमारी जोकि बुढ़ापे की निशानी थी, अब 50 की उम्र पार करते करते आम हो गई है। वह अब 45-50 की उम्र की जगह 25-30 साल के युवाओं में देखने को मिल रही है।
यहां के विशेषज्ञों के अनुसार युवा की भी धमनिया कमजोर हो रही है जिसके कारण ब्लॉकेज की समस्या देखी जा रही है।
उनका मानना है कि इसके पीछे आज के युवाओं की लाइफ स्टाइल खानपान वह अत्यधिक स्ट्रेस आदि कारण है।