अयोध्या। राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद निर्मोही अखाड़ा ने कल बैठक कर पुनर्विचार याचिका न दायर करने का फैसला करते हुए राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने का फैसला किया हालांकि सुप्रीम कोर्ट पहले ही आदेश दे चुका है कि केंद्र सरकार राम मंदिर ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को शामिल करें।अब निर्मोही अखाड़ा प्रधानमंत्री से मुलाकात कर राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने के लिए अपनी बातें रखना चाहता है।निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेन्द्र दास द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन निर्मोही अखाड़ा के प्रवक्ता प्रभात सिंह ने जिलाधिकारी अनुज झा को सौंपा।यही नहीं निर्मोही अखाड़ा ने प्रधानमंत्री को ईमेल कर भी मुलाकात का समय मांगा है। जिलाधिकारी अनुज झा को दिए गए ज्ञापन में निर्मोही अखाड़ा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने के लिए पांच सदस्य निर्मोही अखाड़ा का प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात कर अपनी बात रखेगा। कल 17 नवंबर को निर्मोही अखाड़ा ने अपने पंचों की बैठक कर पुनर्विचार याचिका न दायर करने का फैसला किया और बनने वाले राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने का फैसला किया हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को पहले ही आदेश दिया है कि बनने वाले राम मंदिर ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को शामिल किया जाए। एक तरफ जहां राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने के लिए अयोध्या के संतों महंतों में घमासान मचा हुआ है तो वहीं निर्मोही अखाड़ा बिल्कुल अलग होकर राम मंदिर ट्रस्ट में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शामिल हो रहा है। जिस तरह से संतों महंतों में राम मंदिर ट्रस्ट शामिल होने के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहा है वहीं निर्मोही अखाड़ा शांत होकर राम मंदिर ट्रस्ट में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शामिल होने जा रहा है।इसके लिए आज प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी मांगा है।