छत्तीसगढ़ में सीताफल(शरीफा) बेचकर उठा रहे ज्यादा मुनाफा


दुर्ग। छत्तीसगढ़ में इस सीजन में एक फल बहुतायायत  में दिखाई देता है जिसका नाम है सीताफल (शरीफा)। वैसे तो यह फल छत्तीसगढ़ के अलावा झारखंड व महाराष्ट्र के जंगली इलाकों में बड़ी मात्रा में उत्पादित होता है।
अक्टूबर व नवंबर माह में यहां की स्थानीय मंडीयां सीताफल से पूरी तरह से भर जाती हैं यहां के लोगों का अत्यंत प्रिय यह फल यहां के कांकेर जिले में ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। यहां के लोगों का कहना है की हमारे यहां की महिलाएं पहले सीताफल को जंगलों से तोड़कर काफी सस्ते दामों में बाजार में टोकरी के हिसाब से बेच दिया करती थी लेकिन अब वह भी यहां पर स्थानीय स्तर पर इसका समूह बनाकर रोजगार करने लगी है और प्रोसेसिंग के जरिए इसका भंडारण व बिक्री करती हैं जिससे उनको अच्छा मुनाफा हो जाता है। वह बताते हैं जहां पहले 50 ₹60 में टोकरी के हिसाब से पूरा सीताफल बेच दिया करते थे वही ₹50 किलो के भाव से इसकी बिक्री हो जाती है।