मथुरा : फर्जीवाड़ा कर निकाली लाखों रुपए की सरकारी धनराशि

मथुरा । स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना में पूर्व सचिव के फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से मोटी रकम निकालने का मामला सामने आया है। जब मामले की सूचना अधिकारियों को हुई तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया । आनन-फानन में अधिकारियों के द्वारा मामले की जांच की गई और जालसाजी का मामला दर्ज कराया। वहीं पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक योजना स्वच्छ भारत मिशन योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई इस योजना के अंतर्गत पूर्व ग्राम विकास सचिव के फर्जी हस्ताक्षर कर मोटी रकम निकाली गई और अधिकारियों को कानो कान खबर नहीं हुई। योजना के अंतर्गत बलदेव क्षेत्र में जब समीक्षा की गई तो अधिकारियों के पसीने छूट गए और पैरों तले जमीन खिसक गई। मामले की जानकारी देते हुए खंड विकास अधिकारी श्वेतांक पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व सचिव पवन कुमार के फर्जी हस्ताक्षर कर अलग-अलग बाउचरों से कई बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है। फोन बताएगी जो खाते निष्क्रिय थे और उनको सक्रिय कर खातों में से करीब 12 लाख रुपये की रकम को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर निकाला गया है। यह फर्जीवाड़ा अवैरनी स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से हुआ है । बैंक कर्मियों के द्वारा हस्ताक्षर का मिलान भी भली-भांति नहीं किया गया बावजूद पूर्व सचिव के जाली हस्ताक्षर से धन का आहरण कराया गया है। अभी तक यह पता नहीं लग पाया है के जिन बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है वह किन के हैं हम लोगों ने मुकदमा दर्ज करा दिया है पुलिस जांच में जुट गई है।


श्वेतांक पांडेय का यह भी कहना है कुछ खाते ऐसे भी हैं जो पैसा निकाल लेने के बाद बंद कर दिए गए हैं। जिस व्यक्ति ने सचिव के फर्जी हस्ताक्षर और बाउचरों का पैसे निकालने में दुरुपयोग किया है एक साइबर क्राइम के तहत यह सब किया गया है जांच का विषय है पुलिस के द्वारा लगातार खाताधारकों से पूछताछ की जा रही है जल्द ही मामले का खुलासा पुलिस के द्वारा किया जाएगा। तीसरे व्यक्ति ने पैसे निकाले हैं कौन है कहां का रहने वाला है यह अभी कुछ पता नहीं चल पाया है।