राष्ट्रीय स्तर पर टैक्स पर सेमिनार आयोजित किया गया


वाराणसी। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर के बैनर तले राष्ट्रीय स्तर पर टैक्स पर सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में भारतवर्ष के 26 राज्यों से लगभग 600 प्रतिनिधियों ने भाग लिया जो टैक्सेशन के क्षेत्र में एक्सपर्ट माने जाते हैं। इस कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय के 3 न्यायमूर्ति श्री विनीत सरन न्यायमूर्ति भूषण आर गवाई तथा न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी व इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायधीश अश्विनी कुमार मिश्रा न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल इत्यादि लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विनीत सरन ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम गणेश वंदना व सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात लोगों ने अपने-अपने विचार उद्घाटन सत्र में रखें। सभी ने वन नेशन वन टैक्स की बात की और कहा कि मौजूदा समय हमारा जो टैक्स है वह वन नेशन वन टैक्स की थ्योरी पर है तथा जनता से मिलने वाले टैक्स से देश के विकास शील कार्यक्रमों हेल्थ वाटर शिक्षा जैसे कार्यक्रमों पर खर्च किया जाता है। तथा देश के विकास में इन टैक्सों का उपयोग होता है जिससे कि देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता है। इस अवसर पर नाग पोस्ट प्रतिनिधि से बात करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के तीनों न्याय मूर्तियों ने इस प्रकार के सेमिनार को एक प्रकार से समुद्र मंथन के रूप में बताया और कहा कि इस तरह के सेमिनार से और विचारों के मंथन से बहुत सी बातें निकल कर सामने आती है जिसका उपयोग सरकार जनहित के रूप में करती हैं और किसी भी प्रकार की अगर त्रुटि होती है तो उसका भी सुधार होता है जिसका लाभ आम जनों को मिलता है।