वाराणसी। पर्यटकों को घुमाने के लिए भारतवर्ष के पर्यटक स्थलों के लिए पांच सितारा होटल की सुविधाओं से युक्त महाराजा एक्सप्रेस आज दिन में लगभग 12:00 बजे वाराणसी कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची। इस ट्रेन में कुल 42 यात्री सफर कर रहे हैं और सभी विदेशी हैं। इनका स्वागत वाराणसी की शहनाई व नगाड़े की धुन पर वाराणसी स्टेशन पर आईआरसीटीसी के अलावा उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने किया। तत्पश्चात इन का तिलक लगाकर व अंगवस्त्रम पहनाकर स्वागत किया गया। इस प्रकार के स्वागत से हमारे विदेशी मेहमान काफी अपने को अभिभूत महसूस किए इसके साथ ही इनको वाराणसी के पर्यटक स्थल की यात्रा कराई जाएगी और यह यात्री आज रात्रि भोज के बाद वापस ट्रेन से चले जाएंगे। इस ट्रेन के बारे में बता दें कि यह ट्रेन पूर्ण रूप से पंचतारा होटल की सुविधाओं से युक्त है हर तरह की राजशाही सुविधाएं स्टैंड में उपलब्ध है $900 के लगभग प्रतिदिन का इस ट्रेन का किराया पता है अगर मानें तो 6 रात 7 दिन की यात्रा का 600000 से 1500000 रुपए तक का रेल भाड़ा है ऐसे में इस ट्रेन से हमारे देश को विदेशी मुद्रा की काफी आमदनी होती है तथा पर्यटक हमारे देश से एक सुखद और अच्छी अनुभूति लेकर जाते हैं इस संबंध में इस ट्रेन में पर्यटकों के साथ आए हुए सीईओ कॉपर ट्रेवल्स के विशाल जयसवाल ने बताया कि इस सुविधा में पर्यटकों आवश्यकता के अनुरूप सारी सुविधाएं ट्रेन में ही उपलब्ध है इस ट्रेन का किराया $900 प्रतिदिन के हिसाब से पड़ता है और रहना खाना घूमना सारी सुविधाएं इसी में मिलती है इस ट्रेन के अंदर प्रेसीडेंटियल सूट है जिसका किराया लगभग 1500000 के करीब है 6:00 रात 7 दिन के यात्रा में सारी सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं और इससे हमारे देश को काफी अच्छी मात्रा में विदेशी मुद्राएं मिलती हैं और पर्यटक काफी संतुष्ट होकर जाते हैं और पूरी साही सुविधा इस ट्रेन के यात्रियों को दिया जाता है कहीं से भी यात्रियों को कोई कमी नहीं होती है और पारंपरिक भारतीय परिधानों में इस ट्रेन के कर्मचारी रहते हैं जिसको की पर्यटक काफी पसंद करते हैं और इनकी आवा भगत स्वागत में हर जगह भारतीयता की दिखाई जाती है पर्यटकों से बात करने पर पर्यटकों ने बताया कि भारत काफी कलर फुल पर्यटकों से बात करने पर पर्यटकों ने बताया कि भारत काफी कलरफुल व विविध विविधताओं से भरा देश है जहां पर हम लोग आकर के बहुत ही खुश हैं और बहुत कुछ इस देश के बारे में जानने समझने का मौका भी मिला