बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर में 3 दिसंबर को स्याना हिंसा को पूरा एक साथ हो जाएगा स्याना हिंसा के दौरान गोली लगने से इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और चिंग रावटी के युवक सुमित की मौत हो गई थी सुमित के पिता ने सरकार से सुमित हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही दावा किया है कि सीबीआई जांच की मांग पूरी नहीं हुई तो 23 दिसंबर को किसान दिवस के दिन अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर देंगे।
बताते चलें कि 3 दिसंबर 2018 का दिन बुलंदशहर के लिए काला दिन बन कर आया था, 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना में गोकशी की वारदात के बाद भड़की हिंसा में जहां बलवाइयों ने चिंगरावटी पुलिस चौकी और वहां खड़े दर्जनों वाहनों को फूंक डाला था , वही हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और युवक सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। सुमित के पिता का आरोप है कि सुमित की इस्पेक्टर की गोली लगने से मौत हुई थी। सुमित की हत्या की जांच के लिए अब उसने गृह मंत्री और प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग की है और दावा कर रहे हैं कि यदि सुमित हत्याकांड की जांच सीबीआई से नहीं कराई गई तो 23 दिसंबर से गांव में ही आमरण अनशन पर बैठेंगे।
गौरतलब है कि स्याना हिंसा कांड में इस्पेक्टर सुबोध की हत्या के बाद पुलिस ने हिंदूवादी संगठन के कई कार्यकर्ताओं सहित 27 आरोपियों को नामजद व 60-70 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था ,जिसमें से 44 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था ।वर्तमान समय में चार आरोपी जेल में है और 40 आरोपी जेल से जमानत पर रिहा हो चुके हैं । हालांकि स्याना हिंसा के 1 साल पूरा होने के बाद धीरे-धीरे गांव में माहौल सामान्य हो गया है ,मगर आज भी सुमित के पिता को सरकार से सुमित की हत्या के मामले की सीबीआई जांच की दरकार बरकरार है।