प्रधानमंत्री के अगले पांच वर्षों में रक्षा निर्यात को 5 बिलियन डॉलर का लक्ष्य प्राप्त करने के अनुरूप है। सार्वजनिक क्षेत्र के
रक्षा उद्यमों और भारतीय रक्षा निजी कम्पनियों आज बेहतर स्थिति में है और ये भारत को
विश्व के उभरते हुए आरएंडडी हब के रूप में स्थापित कर सकते हैं। सरकार के द्वारा जारी
उदार लाइसेंसिंग प्रक्रिया के कारण निश्चित रूप से भारतीय और विदेशी कम्पनियां इस क्षेत्र
में बड़े निवेश करेंगी। श्री राजनाथ सिंह ने समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने वाले
हितधारकों को धन्यवाद दिया और आशा व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश रक्षा निर्माण
हब के रूप में उभरेगा। यह बात आज डिफेन्स एक्सपो 2020 में रक्षा मंत्री ने कही।
एक्सपो में आज तीसरे दिन ‘बंधन’ कार्यक्रम के तहत डेफएक्सपो में 200 से अधिक
समझौता ज्ञापनों व प्रौद्योगिकी हस्तांतरण अनुबंधों पर हस्ताक्षर हुए तथा 13 से अधिक
उत्पादों को लांच किया गया। इस प्रकार यह आयोजन भारत का सबसे सफल एक्सपो बन
गया है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की
उपस्थिति में सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न रक्षा उद्यमों, भारतीय निजी रक्षा कम्पनियां और
विदेशी कम्पनियों ने देश में रक्षा उत्पादन में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर
किए गए इस अवसर पर पूर्व समझौता ज्ञापनों का नवीनीकरण भी किया गया।