लखनऊ हाथरस के भूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में के सामने पीड़िता के परिजन कोर्ट के सामने पेश हुए। परिजनों ने कहा कि उस रात उनकी बेटी का जबरन अंतिम संस्कार करने के लिए डीएम ने बनाया था। कोर्ट ने सभी पक्षों को सुना, कोर्ट में उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह व डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, डीएम हाथरस पुलिस कप्तान हाथरस पेश हुए।
कोर्ट ने अधिकारियों को टारगेट करते हुए कहा कि अगर इस गरीब की जगह अगर कोई अमीर होता तो क्या आप ऐसे ही शव को जला देते। अफसरों ने कोर्ट में अपने जवाब तो दिए लेकिन उनके जवाब से कोट हैरान दिखी।
बताते चलें कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इस घटना का स्वत संज्ञान लिया था और आज जस्टिस पंकज मित्तल व जस्टिस राजन राय की बेंच में सुनवाई थी। यूपी का पक्ष रखने के लिए महाधिवक्ता विनोद कुमार शाह उपस्थित रहे। परिवार की तरफ से पीड़िता की मां ने घटना के बारे में जानकारी दी।