लखनऊ के हज़रतगंज में खुला जैविक उत्पादों का विक्रय केन्द्र


 भारत की आत्मा गाँवों में बसती है और किसान भारत की व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं । परंतु  आज किसान संकट में है , आपदा में है , संघर्ष में है ।अगर भारत को पुनः गौरवशाली और वैभवशाली बनाना है,  तो गाँव और किसान को समृद्ध बनाना ही होगा ।  

इसी लक्ष्य को लेकर  “ भारत उदय  द्वारा लखनऊ के सप्रू मार्ग पर जैविक उत्पाद का एक सेन्टर खोला गया जहाँ पर यह उत्पाद बिक्री के लिये उपलब्ध रहेंगे।


बताते चलें कि  “भारत  उदय “ का पहला परिसर हमीरपुर ज़िले के बीहड़ के गाँवों में खोला गया । उसी श्रृंखला में सैंकड़ों  बीघे में  गौशाला जैविक बाग़वानी व वैदिक कृषि का प्रकल्प शुरू किया गया है  । आई॰आई॰टी॰ मुंबई से शिक्षा प्राप्त तथा अमेरिका व स्वीडन में कार्यरत डॉ. रविकान्त पाठक द्वारा  स्वदेश वापस लौटकर  पूरे समर्पण और मनोयोग के साथ पर्यावरण व स्वास्थ्य रक्षा तथा जलवायु परिवर्तन के संकट से निबटने हेतु  ज़हर व रसायन मुक्त वैदिक विधि द्वारा  गाय के सानिध्य में “Farm to Fork“ यानी “खेत से थाली तक “ के सफ़र में किसान की भूमिका को मज़बूत करने की सतत कोशिश की जा रही है ।


उत्तर प्रदेश सरकार के जैव ऊर्जा बोर्ड के राज्य संयोजक श्री पी. एस. ओझा के निर्देशन में एफ़॰पी॰ओ॰ के गठन द्वारा तथा उद्यान विभाग व होफ़ेड  के साथ साथ किसानों को मज़बूत किया जा रहा है ।


 होफ़ेड और सीड सस्टेनेबिलिटी एफ़॰पी॰ओ॰ के द्वारा जैविक उत्पाद के इस विक्रय केंद्र “वैदिक फ़ूड्स” पर बुंदेलखंड में उत्पादित कंठियाँ गेहूं का दलिया , हाई फ़ाइबर आटा, मल्टीग्रेन आटा, देसी गाय का शुद्ध घी, विविध तेल,  मसाले, स्वास्थ्य वर्धक आयुर्वेद के उत्पाद, विविध प्रकार की दालें, बेसन, शुद्ध मिट्टी के बर्तन, और मौसमी फल व सब्ज़ियाँ उपलब्ध रहेंगे । 

उदघाटन अवसर पर राधेश्याम दीक्षित, आर के पाठक, अंजनी कुमार श्रीवास्तव के अलावा लखनऊ व बुंदेलखंड क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।