जस्टिस राजेश बिंदल बने इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिलाई शपथ

लखनऊ। न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद तथा गोपनीयता की शपथ ली। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आयोजित समारोह में करीब 11 बजे उनको पद तथा गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर राजभवन के गांधी हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। हाई कोर्ट के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश राजेश बिन्दल का कार्यकाल लगभग दो बर्ष का होगा। 

जस्टिस राजेश बिंदल का जन्म 16 अप्रैल 1960 को हरियाणा के अंबाला शहर में एक सामान्य परिवार में हुआ था। इन्होंने 1985 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की थी। एक अधिवक्ता के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत सितंबर 1985 में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से की। 

जस्टिस राजेश बिंदल मार्च 2006 को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्हें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के मामले में भी पंजाब और हरियाणा क्षेत्रों को देखने का अनुभव है। पंजाब और हरियाणा में लगभग 80 हजार मामलों के निस्तारण का भी अनुभव है।


2016 में हुए मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए मसौदा नियम तैयार करने के लिए भी जो समिति गठित की गई थी उसके अध्यक्ष रहे। इसके साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय बाल अपहरण विधेयक 2016 के नागरिक पहलुओं का अध्ययन करने के लिए उन्होंने सिफारिशों और मसौदे के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। वर्तमान में वह जम्मू और कश्मीर हाईकोर्ट में वित्त समिति, भवन और अवसंरचना समिति, सूचना प्रौद्योगिकी समिति, राज्य न्यायालय प्रबंधन प्रणाली समिति के अध्यक्ष और जम्मू और कश्मीर राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं।