ऐसे कैसे हिंदू राष्ट्र बन पाएगा भाई !
यशवंत सिंह 
नूपुर के बयान में कुछ नहीं है। वही बात ज़ाकिर नाइक ने भी कही है। उड़ता घोड़ा और नौ साल। यही बातें हैं। भाजपा ख़ामख़ा डर गई। मुल्लों को डराते डराते संघिये खुदे डर गए। अइसे कइसे हिंदू राष्ट्र बन पाएगा भाई! 

लग रहा मोदी जी से अब न हो पाएगा। जोगी जी के हाथ में देश की कमान दो! राष्ट्र की नाक पूरी दुनिया में कट गई है। देश में मुल्ले ठीक कर भी दिए जाएँगे तो क्या… जो बेज्जती पूरी दुनिया में हमारी हुई है, वह मोदी और भाजपा के माथे बहुत बड़ा दाग है। 

अरे इससे तो अच्छा था हम घर में मुल्लों की गाली सुन लेते थे। कम से कम ये अतर कतर उवैत कुवैत की हिम्मत न होती थी आँख दिखाने की। अब तो दुनिया भर के मुल्लों ने भारत को घेर लिया है। अब जब हमें लड़ना था अड़ना था, हम संघियों ने नेकर गीली कर ली और लाठी फेंक कर माफ़ी माफ़ी रेंक रहे हैं… अपने स्टार योद्धा बच्चे बच्चियों को फ़्रिंज एलीमेंट बोलकर पहचानने से इनकार कर रहे हैं… 

अरे क्या इसी दिन के लिए लोकसभा राज्यसभा यूपी एमपी सब कुछ भगवा के नाम किया था? 

सब कुछ तो दे दिया ए भगवा तेरे लिए… 

परंतु हम सबको अंतरराष्ट्रीय मुल्लों से डर कर ऐसे घर से भगवा निकलवा दोगे, उम्मीद न थी… 

तुमसे न हो पाएगा मोदी बाबू शाह बाबू… 

थोड़ा सा दबाव क्या पड़ा, फट के फ़व्वारा हो गए! 

…. एक भक्त की व्यथा 

(ग़ाज़ीपुर से नोएडा आते वक्त ट्रेन में एक भड़के हुए भक्त की भड़ास को शब्द देने का प्रयास किया हूँ)
 नोट- लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं व देश की सबसे बड़ी मीडिया वेबसाइट bhadas4media के संपादक हैं उनकी फेसबुक वॉल से